सरसों के बीज पर हरियाणा सरकार दे रही 50% सब्सिडी, किसान ऐसे उठाएं फायदा

चंडीगढ़ :- खरीफ की फसल कट चुकी है और अनाज मंडी में भी पहुंच चुकी है। अब किसान भाई इस तैयारी में है कि अपने खेतों में आगामी फसलों को बोया जाए। जल्द ही फसलों में दलहनी और तिलहनी फसलों का उत्पादन शुरू हो जाएगा। किसान तो कमर कस ही चुके हैं इसके साथ ही किसान कल्याण विभाग भी अपनी तैयारियां पूरी कर चुका है।
विभाग कर रहा उत्पादन बढ़ाने के प्रयास
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उपनिदेशक डॉ महावीर सिंह द्वारा बताया गया कि सरकार ऐसे प्रयास कर रही है, जिसे दलहनी और तिलहनी फसलों का उत्पादन बढ़ाया जा सके। वर्ष 2023- 24 में विभाग द्वारा अनुदान राशि का प्रावधान किया गया है। खाद्य सुरक्षा मिशन दलहन व तिलहन के अंतर्गत कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा चने और मैसूर की बिजाई करने वाले किसानों के लिए बीजों पर 50% तक सब्सिडी दी जाएगी।
किसान ले सकते हैं ढाई करोड़ तक का प्रॉफिट
डॉ महावीर सिंह ने बताया कि किसान सभी दलहनी और तिलहनी फसलों पर अनुदान ले सकते हैं जो कि फसलों के हिसाब से अलग- अलग होगा। मैसूर और चने पर 50% , सरसों और राया के बीजों पर ₹1200 प्रति एकड़ तथा सूरजमुखी के बीजों पर 1600 रुपए प्रति एकड़ की दर से सब्सिडी दी जाएगी। उन्होंने बताया कि किसान केवल ढाई एकड़ तक का प्रॉफिट ले सकते हैं।
इस शर्त को पूरा करना है जरूरी
उन्होंने बताया कि अनुसूचित जाति और महिला किसानों को 20% लाभ मिलेगा। लेकिन इसके लिए मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर रजिस्टर्ड होना जरूरी है। उन्होंने बताया कि कृषि सामग्री खरीदने के लिए विभाग की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करवाना जरूरी है।
विभाग की आधिकारिक वेबसाइट agriharyana.org है। सरकार द्वारा पौधा एवं भूमि संरक्षण प्रबंधन के तहत सूक्ष्म तत्व खरपतवार नाशक स्प्रे पंप बायोफर्टिलाइजर पीएसबी पर 50% तक सब्सिडी दी जाएगी।