Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य के मुताबिक इन 5 जगहों पर कभी ना बनाए अपना घर, वरना घर की सुख शांति हो जाएगी खत्म
Jun 30, 2023, 12:50 IST

Chanakya Niti: भारतीय इतिहास में चाणक्य को अर्थशास्त्र का जनक मानते हैं। उन्हें कौटिल्य भी कहते हैं। चाणक्य ने 'नीतिशास्त्र' में जीवन को सरल और समृद्ध बनाने के कई तरीके बताए हैं। चाणक्य ने कहा कि कुछ बातों का खास ध्यान रखना चाहिए जब भी कोई जगह पर घर बनाना चाहता है। अगर इन बातो का ध्यान नहींरखा तो वह दिन-रात परेशानियों से घिरा रहता है और एक के बाद एक चुनौती सामने आती रहती है।
चाणक्य ने क्या कहा?
लोकयात्रा भयं लज्जा दाक्षिण्यं त्यागशीलता।
पञ्च यत्र न विद्यन्ते न कुर्यात्तत्र संगतिम् ॥
चाणक्य ने इस प्रसिद्ध श्लोक में पांच स्थानों का उल्लेख किया है जहां लोगों को कभी भी घर नहीं बनाना चाहिए।
- आचार्य चाणक्य ने कहा कि जहां आप रोजी-रोटी का साधन पैदा नहीं कर सकते हैं, वहीं आप रोजी-रोटी का साधन पैदा नहीं कर सकते हैं। ऐसे स्थान पर घर नहीं बनाना चाहिए। नहीं, तो जीवन कठिन होगा। हमेशा ऐसे स्थान को चुनना चाहिए जहां आजीविका पैदा करने की पूरी संभावना हो।
- चाणक्य ने कहा कि लोक-लाज में भय नहीं है। इस तरह के स्थान पर घर नहीं बनाना चाहिए। वहा घर बसाना सबसे अच्छा है जहां सामाजिक भावना सर्वोच्च है।
- आचार्य चाणक्य ने कहा कि घर को ऐसी जगह पर बनाना चाहिए जहां परोपकारी लोग रहते हैं जिनमें त्याग करने की भावना होती है। ऐसी जगह पर घर बसाना परोपकार की भावना को बढ़ाता है।
- ऐसी जगह पर रहने से हमेशा बचना चाहिए जहां कानून का डर नहीं है। जहां लोग कानून का पूरी तरह से पालन करते हैं ऐसे स्थान पर घर बनाना अच्छा है।
- दान देने वाले व्यक्ति का घर हमेशा होना चाहिए। माना जाता है कि दान करने से पुण्य मिलता है, जो आत्मा को शुद्ध करता है।